गोरखपुर के फातिमा अस्पताल में 'सुरक्षित कैंपस संस्कृति' पर सेमिनार का आयोजन किया गया। अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार एस ने छात्रों को रैगिंग कानून और साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूक किया। जानिए कैसे बचें ऑनलाइन फ्रॉड से और सुरक्षित रहें डिजिटल दुनिया में।
गोरखपुर: गोरखपुर के फातिमा अस्पताल में बुधवार को “सुरक्षित कैम्पस संस्कृति : एंटी-रेगिंग एवं साइबर सेफ़्टी” विषय पर एक महत्वपूर्ण सेमिनार का आयोजन किया गया। सुबह 11 बजे शुरू हुए इस कार्यक्रम में अपर पुलिस अधीक्षक अरुण कुमार एस (IPS) ने मुख्य वक्ता के रूप में छात्रों को संबोधित किया। उन्होंने जोर देकर कहा कि आज के समय में एंटी-रेगिंग कानूनों का पालन और साइबर सुरक्षा के प्रति सजगता बनाए रखना अत्यंत आवश्यक है। आईपीएस ने बताया कि एक सुरक्षित और भयमुक्त शैक्षणिक वातावरण ही विद्यार्थियों के सर्वांगीण विकास की नींव है। सेमिनार में बड़ी संख्या में शिक्षकों, स्टाफ और छात्रों ने हिस्सा लिया।
डिजिटल दुनिया के खतरे और बचाव के उपाय
सेमिनार को संबोधित करते हुए अरुण कुमार एस ने कहा कि आधुनिक डिजिटल दुनिया ने जहां एक ओर असीमित अवसर दिए हैं, वहीं दूसरी ओर कई नई चुनौतियां भी सामने आई हैं। साइबर अपराधी अब फिशिंग, फ्रॉड कॉल, ऑनलाइन ठगी, डेटा चोरी, बैंकिंग फ्रॉड और साइबर बुलिंग जैसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं, जिनका सबसे आसान शिकार युवा वर्ग, विशेषकर छात्र-छात्राएँ बनते हैं। उन्होंने विद्यार्थियों को “साइबर हाइजीन” अपनाने की सलाह दी। इसके तहत उन्होंने कुछ महत्वपूर्ण बिंदुओं पर जोर दिया, जैसे कि मजबूत पासवर्ड का उपयोग करना, सोशल मीडिया पर अपनी व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचना, अनजान या संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करना और किसी भी तरह के संदिग्ध कॉल या मैसेज से हमेशा सावधान रहना।

छात्रों ने पूछे सवाल, आईपीएस ने दिए व्यावहारिक जवाब
कार्यक्रम के अंत में छात्रों ने साइबर सुरक्षा और एंटी-रेगिंग से जुड़े कई सवाल पूछे। आईपीएस अरुण कुमार एस ने इन सभी सवालों का धैर्यपूर्वक और तसल्लीबख़्श जवाब दिया। उन्होंने विद्यार्थियों को साइबर अपराधों से बचने के व्यावहारिक उपाय बताए, जिससे छात्रों को इन गंभीर विषयों को और भी गहराई से समझने में मदद मिली। छात्रों ने उनके जवाबों से संतुष्टि जाहिर की।
नैतिक मूल्यों पर आधारित शिक्षा पर जोर
सेमिनार की अध्यक्षता फातिमा हॉस्पिटल के निदेशक फादर डॉक्टर संतोष सेबास्टियन ने की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि आज के समय में विद्यार्थियों को केवल अकादमिक रूप से ही उत्कृष्ट नहीं होना चाहिए, बल्कि उन्हें अनुशासन, सुरक्षा और नैतिक मूल्यों के साथ आगे बढ़ना भी आवश्यक है। उन्होंने रैगिंग की प्रवृत्ति को शैक्षणिक माहौल के लिए हानिकारक बताया और कहा कि यह न सिर्फ पीड़ित के मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित करती है बल्कि पूरे वातावरण को भी खराब करती है। उन्होंने कहा कि फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग सदैव यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है कि हर छात्र परिसर में सुरक्षित, सम्मानित और प्रेरित महसूस करे।
कार्यक्रम में रही बड़ी हस्तियों की उपस्थिति
यह सेमिनार फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग के ऑडिटोरियम में आयोजित किया गया था, जिसमें कॉलेज के शिक्षकों, स्टाफ और छात्र-छात्राओं ने उत्साह के साथ भाग लिया। इस अवसर पर अस्पताल के एसोसिएट निदेशक फादर शिजो, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉक्टर विनय सिन्हा, डॉक्टर प्रो० एसपिन, प्रधानाचार्य, कालेज ऑफ नर्सिंग, अस्पताल की नर्सिंग अधीक्षक, समस्त विभागाध्यक्ष, डॉक्टर्स, स्टाफ, मरीज और उनके साथी भी उपस्थित थे।
साइबर सुरक्षा और एंटी-रेगिंग पर चर्चा का सारांश
आयोजन का विषय | सुरक्षित कैम्पस संस्कृति: एंटी-रेगिंग एवं साइबर सेफ़्टी |
मुख्य वक्ता | श्री अरुण कुमार एस (IPS), अपर पुलिस अधीक्षक, गोरखपुर |
आयोजन स्थल | ऑडिटोरियम, फातिमा कॉलेज ऑफ नर्सिंग, गोरखपुर |
कार्यक्रम का समय | 03 सितंबर 2025, सुबह 11:00 बजे |
मुख्य चुनौतियाँ (साइबर) | फिशिंग, फ्रॉड कॉल, ऑनलाइन ठगी, डेटा चोरी, साइबर बुलिंग |
बचाव के उपाय (साइबर हाइजीन) | मजबूत पासवर्ड, व्यक्तिगत जानकारी साझा करने से बचना, अनजान लिंक पर क्लिक न करना |
अध्यक्षता | फा॰ डॉ॰ संतोष सेबास्टियन, निदेशक, फातिमा हॉस्पिटल गोरखपुर |