History of Gorakhpur: जब यूपी के प्रधानमंत्री ने गोरखपुर के गोरे कलक्टर का अहंकार भुला दिया
बात साल 1937 की है. ब्रिटिश संसद में गर्वनमेंट आफ इंडिया ऐक्ट पास हो चुका था. इसके बाद देशभर में चुनाव हुए. ये चुनाव कांग्रेस प्रत्याशी बनाम अंग्रेजी लाट साहबों के देसी प्रतिनिधियों के बीच लड़े गए थे. इन चुनावों में कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में बहुमत मिली थी. जुलाई 1937 में उत्तर प्रदेश में पहला कांग्रेसी मंत्रिमंडल बना था. और इस सरकार के प्रधानमंत्री थे पंडित गोविंद वल्लभ पंत.