गोरखपुर के फातिमा अस्पताल में मेडिकल रिकॉर्ड दिवस मनाया गया। निदेशक डॉ. संतोष सेबास्टियन ने मेडिकल रिकॉर्ड को अस्पताल की रीढ़ बताया। यह रिपोर्ट मरीजों की सुरक्षा और अस्पताल की पारदर्शिता में मेडिकल रिकॉर्ड के महत्व पर प्रकाश डालती है। जानें, क्या हैं इसके कानूनी और चिकित्सीय पहलू।
गोरखपुर: शहर के फातिमा अस्पताल में आज, 10 सितंबर 2025 को, दोपहर 3:00 बजे ‘मेडिकल रिकॉर्ड्स डे’ बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। यह दिवस भारत में मेडिकल रिकॉर्ड्स के जनक कहे जाने वाले श्री डी. डेनियल गजराज की पुण्य स्मृति को समर्पित था। इस अवसर पर अस्पताल के निदेशक, एसोसिएट डायरेक्टर, नर्सिंग अधीक्षक और एसोसिएट नर्सिंग अधीक्षक ने अपने विचार व्यक्त किए और सभी को मेडिकल रिकॉर्ड्स के महत्व के बारे में जागरूक किया। कार्यक्रम में सभी विभागाध्यक्षों और स्टाफ ने भाग लिया और इसके रखरखाव व पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता देने का संकल्प लिया।
मेडिकल रिकॉर्ड्स: अस्पताल की रीढ़ और पारदर्शिता का आधार
कार्यक्रम के दौरान, फातिमा अस्पताल के निदेशक डॉ. संतोष सेबास्टियन ने मेडिकल रिकॉर्ड्स के महत्व पर जोर देते हुए कहा कि “मेडिकल रिकॉर्ड अस्पताल की रीढ़ की तरह हैं। ये न केवल रोगी की सुरक्षा सुनिश्चित करते हैं बल्कि अस्पताल की गुणवत्ता और उसकी सेवाओं की विश्वसनीयता को भी दर्शाते हैं।” उनके अनुसार, सही और व्यवस्थित रिकॉर्डिंग एक मरीज की चिकित्सा यात्रा का पूरा लेखा-जोखा रखती है, जिससे भविष्य में उपचार और शोध कार्यों में सहायता मिलती है।
कानूनी और सुरक्षा संबंधी महत्व
एसोसिएट डायरेक्टर फा. शिजो ने अपने वक्तव्य में मेडिकल रिकॉर्ड्स के कानूनी पहलुओं पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि “मेडिकल रिकॉर्ड केवल प्रशासनिक दस्तावेज नहीं हैं, बल्कि ये रोगी सुरक्षा और न्यायिक प्रक्रियाओं में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं।” उन्होंने भारतीय दंड संहिता (IPC) और अन्य कानूनी प्रावधानों का उल्लेख करते हुए बताया कि मेडिकल रिकॉर्ड्स का समय पर और सही रखरखाव अनिवार्य है। यह मरीजों के अधिकारों की रक्षा करता है और अस्पताल की पारदर्शिता सुनिश्चित करता है। सही रिकॉर्ड होने पर किसी भी कानूनी विवाद की स्थिति में अस्पताल अपनी स्थिति स्पष्ट कर सकता है।
नर्सिंग और गुणवत्ता में मेडिकल रिकॉर्ड्स की भूमिका
नर्सिंग अधीक्षक लिली ने नर्सिंग सेवाओं में मेडिकल रिकॉर्ड्स की भूमिका को अत्यंत महत्वपूर्ण बताया। उन्होंने कहा, “ये मरीज की देखभाल और उपचार की निरंतरता के लिए एक मजबूत आधारशिला का कार्य करते हैं।” सही रिकॉर्डिंग से नर्सों को मरीज की स्थिति, दवाइयों और उपचार के इतिहास की सही जानकारी मिलती है, जिससे त्रुटियों की संभावना कम हो जाती है। वहीं, एसोसिएट नर्सिंग अधीक्षक जिबिया जोस ने कहा कि “मेडिकल रिकॉर्ड स्वास्थ्य सेवा की गुणवत्ता, शोध कार्य और भविष्य की योजना में सहायक होते हैं। सही एवं सटीक रिकॉर्डिंग अस्पताल की विश्वसनीयता को बढ़ाती है।”
Fatima Hospital: डॉक्टर, ओपीडी टाइम, विभाग, सुविधाएं…सारी जानकारी
इस अवसर पर, फातिमा अस्पताल के सभी विभागाध्यक्षों और स्टाफ सदस्यों ने सामूहिक रूप से यह संकल्प लिया कि अस्पताल में मेडिकल रिकॉर्ड्स के रखरखाव और उनकी पारदर्शिता को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी। इस शपथ के साथ, अस्पताल ने यह संदेश दिया कि वे न केवल मरीजों की चिकित्सा देखभाल के प्रति प्रतिबद्ध हैं, बल्कि उनकी सुरक्षा और पारदर्शिता के मानकों को भी बनाए रखेंगे।