Go Gorakhpur:
नगर निगम के एक टैक्स इंस्पेक्टर ने अपनी ड्यूटी के प्रति ‘वफ़ादारी’ का बेजोड़ उदाहरण सामने रखा है. बिना अवकाश लिये टैक्स इंस्पेक्टर खुद लखनऊ चले गए और अपने साले को अपनी जिम्मेदारी दे दी. टैक्स इंस्पेक्टर की जगह उनका साला हैंडहेल्ड मशीन से वसूली करता रहा. जब इसकी जानकारी नगर आयुक्त अविनाश सिंह को हुई तो उन्होंने टैक्स इंस्पेक्टर के निलंबन की संस्तुति कर दी.
नगर निगम के वार्डों में चल रहे जीआइएस सर्वे को लेकर गत दिनों बैठक हुई. इसमें अनुपस्थित रहे टैक्स इंस्पेक्टर अश्वनी कमार पांडेय को नगर आयुक्त ने बैठक से ही फोन कर लोकेशन पूछी. टैक्स इंस्पेक्टर ने जवाब दिया कि वह अपने घर पर हैं. नगर आयुक्त ने टैक्स इंस्पेक्टर को तत्काल बैठक में पहुंचने को कहा. लेकिन टैक्स इंस्पेक्टर जब शहर में हों तब तो वह बैठक में पहुंच पाते. शक होने पर नगर आयुक्त ने छानबीन कराई तो पता चला कि टैक्स इंस्पेक्टर 20 अगस्त से ही लखनऊ में हैं. टैक्स इंस्पेक्टर के लखनऊ में होने के बाद भी उन्हें आवंटित की गई हैंडहेल्ड मशीन से टैक्स जमा हो रहा था. नगर आयुक्त ने नगर निगम के कोष में रुपए जमा कराने वाले कर्मचारी से पूछताछ की. कर्मी सदानंद ने बताया कि टैक्स इंस्पेक्टर के साले ने कर की वसूली की रकम जमा कराई है. नगर आयुक्त ने इस मामले की गंभीरता को देखते हुए टैक्स इंस्पेक्टर को निलंबित कर अनुशासनिक कार्रवाई के लिए स्थानीय निकाय निदेशालय को पत्र लिखा है.