39 दिनों तक पुलिस को छकाने के बाद पकड़ में आई देह व्यापार गिरोह की सरगना
Gorakhpur: शाहपुर के फ्लाईइन होटल में हुक्का बार और देह व्यापार के धंधे में वांछित रेशमा को पुलिस ने रविवार को दबोच लिया. रेशमा की तलाश में प्रयाग और महराजगंज जिलों के चक्कर काट चुकी पुलिस ने उसे रामगढ़ ताल इलाके से ही दबोचा. गौरतलब है कि इस मामले में पहला केस रामगढ़ ताल थाने में ही दर्ज हुआ था.
31 दिसंबर को रामगढ़ताल इलाके की रहने वाली एक किशोरी अपने घर से दोस्तों के साथ निकली थी. वह घर नहीं लौटी तो उसकी मां ने रामगढ़ ताल थाने में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई. 2 जनवरी को किशोरी घर पहुंची तो उसने शाहपुर एक हुक्काबार में अपने साथ गैंगरेप की वारदात का सनसनीखेज खुलासा किया. किशोरी अपनी मां के साथ थाने पहुंची तो गुमशुदगी का केस एक सनसनीखेज वारदात में तब्दील हो गया.
इस मामले में जो सबसे शातिर खिलाड़ी निकला वह रेशमा थी. होटल में अवैध हुक्काबार और देहव्यापार के मास्टरमाइंड अनिरुद्धा ओझा और अनुराग सिंह को पुलिस पहले ही जेल भेज चुकी है. उनसे पुलिस को इस मामले में कई महत्वपूर्ण जानकारियां मिली थीं. इस पूरी कवायद में रेशमा ही सबसे शातिर निकली जिसने पहली एफआईआर 2 जनवरी को दर्ज होने के बाद से ही पुलिस को चकमा दिया.
आखिरकार रविवार को पुलिस को कामयाबी मिल ही गई. पुलिस ने रेशमा को पकड़ा तो उसने अपने दो और सहयोगियों के नाम भी उगल दिए. चिलुआताल इलाके के फतेहपुर डिहवा की रहने वाली रेशमा खान की उम्र महज 22 साल है. उसने अपना नाम मनीषा भी रखा हुआ था. रेशमा ने जिन दो सहयोगियों के नाम पुलिस को बताएं उनमें खोराबार के कुसम्ही बाजार ढोढ़रा पासी टोला की रहने वाली मुस्कान (40) और पादरी बाजार के शिवपुर सहबाजगंज में संगम चौराहा के निकट रहने वाला श्रेय शुक्ला है, जिसकी उम्र भी महज 22 साल है. पूछताछ के बाद पुलिस ने तीनों जेल भिजवा दिया.
एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने मीडिया को बताया कि रेशमा खान गिरोह की सरगना थी और वह लड़कियों को फंसाकर हुक्का बार में देह व्यापार कराती थी. वह पिछले तीन साल से इस धंधे में शामिल थी. मुस्कान और श्रेय शुक्ला शाहपुर स्थित जेनिस बॉटल रेस्टोरेंट के हुक्का बार में ग्राहकों का स्वागत करते थे और उन्हें पहले से तय कमरों में पहुंचाते थे. इसके लिए उन्हें प्रतिदिन 700 रुपये मिलते थे.