शिक्षा

स्कूलों में अब ऑनलाइन हाजिरी लगेगी, जुलाई से लागू होगी नई व्यवस्था

गोरखपुर के जंगल सालिग्राम इलाके में स्थित प्राथमिक एवं पूर्व माध्यमिक विद्यालय.
गोरखपुर के सरकारी, निजी और सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालयों में जुलाई से शिक्षक-छात्रों की ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य। जानें कैसे बदलेगी शिक्षा व्यवस्था और क्या होंगे इसके फायदे।

गोरखपुर: जुलाई माह से जनपद के समस्त शासकीय, सहायता प्राप्त एवं निजी माध्यमिक विद्यालयों में शिक्षकों एवं विद्यार्थियों की ऑनलाइन उपस्थिति अनिवार्य रूप से दर्ज की जाएगी। शिक्षा विभाग द्वारा अधिरोपित यह महत्वपूर्ण व्यवस्था न केवल उपस्थिति प्रणाली में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी, अपितु शिक्षण व्यवस्था के प्रभावी अनुश्रवण एवं गुणवत्ता संवर्धन में भी यह सहायक सिद्ध होगी।

जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस), डॉ. अमरकांत सिंह के अनुसार, इस नवीन प्रणाली के अंतर्गत विद्यालयों के प्रधानाचार्य द्वारा प्रतिदिन एक विशेष ऑनलाइन पोर्टल पर समस्त छात्र-छात्राओं एवं शिक्षकों की उपस्थिति प्रविष्ट की जाएगी। उक्त पोर्टल का विकास बोर्ड द्वारा विशेष रूप से इस प्रयोजन हेतु किया गया है, जिससे डेटा संकलन एवं प्रबंधन प्रक्रिया सुचारु रूप से संपन्न हो सके।

उन्होंने आगे स्पष्ट किया कि इस ऑनलाइन उपस्थिति प्रणाली का प्राथमिक लक्ष्य विद्यालयों में शैक्षणिक गतिविधियों की नियमितता सुनिश्चित करना तथा शिक्षकों की समय पर उपस्थिति अनिवार्य बनाना है। यह प्रावधान फर्जी उपस्थिति पर प्रभावी नियंत्रण स्थापित करेगा, जिससे शैक्षिक वातावरण में आवश्यक गंभीरता स्थापित होगी। इसके अतिरिक्त, छात्र उपस्थिति के वास्तविक एवं सटीक आंकड़ों की उपलब्धता ड्रॉपआउट दर के प्रभावी नियंत्रण में सहायक सिद्ध होगी तथा विद्यार्थियों के शैक्षणिक प्रदर्शन की निरंतर निगरानी को सुगम बनाएगी। यह नवीन पहल गोरखपुर की शिक्षा व्यवस्था को एक नई दिशा प्रदान करने के साथ-साथ, विद्यार्थी एवं शिक्षक दोनों वर्गों के लिए अधिक अनुकूल एवं गुणवत्तापूर्ण शैक्षिक परिवेश निर्मित करेगी।



Amit Srivastava

Amit Srivastava

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गोरखपुर विश्वविद्यालय और जीवाजी विश्वविद्यालय, ग्वालियर से अध्ययन. Amit Srivastava अमर उजाला, दैनिक जागरण, दैनिक हिंदुस्तान के साथ करीब डेढ़ दशक तक जुड़े रहे. गोरखपुर शहर से जुड़े मुद्दों पर बारीक नज़र रखते हैं.

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