बीआईटी गीडा में अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. जे.पी. पाण्डेय ने अत्याधुनिक नवाचार केंद्र का उद्घाटन किया। यह केंद्र 'विकसित भारत 2047' मिशन में योगदान देगा और छात्रों को स्टार्टअप व प्रौद्योगिकी के लिए प्रेरित करेगा।
गोरखपुर: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘2047 तक भारत बनेगा विकसित देश’ के मिशन में आंशिक सहयोग प्रदान करने के उद्देश्य से, बीआईटी गीडा संस्थान में निर्मित अत्याधुनिक नवाचार केंद्र का बृहस्पतिवार को भव्य समारोह में उद्घाटन किया गया। अब्दुल कलाम प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, लखनऊ, उत्तर प्रदेश के कुलपति एवं समारोह के मुख्य अतिथि प्रो. (डॉ.) जे.पी. पाण्डेय ने इस महत्वपूर्ण केंद्र का विधिवत उद्घाटन किया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि प्रो. पाण्डेय ने कहा, “आज हम विकसित, समृद्ध एवं संपन्न देशों का उदाहरण अपने बच्चों को देते हैं, लेकिन यह भी सच्चाई है कि किसी देश को विकसित बनने में वहाँ के नागरिक की सकारात्मक सोच एवं सकारात्मक कार्य ही सहयोग करते हैं।” उन्होंने छात्रों को प्रेरित करते हुए कहा कि छोटे स्टार्टअप से की गई शुरुआत ही आपको बड़े मुकाम तक पहुंचाती है।
प्रो. पाण्डेय ने जोर दिया कि स्टार्टअप से न केवल व्यक्तिगत लाभ होगा, बल्कि यह दूसरों को भी लाभान्वित करेगा, जिससे व्यवसाय के अवसर बढ़ेंगे, विदेशों पर निर्भरता कम होगी, और देश, प्रदेश, जिला तथा कस्बे की प्रगति एवं विकास आपके अपने सकारात्मक प्रयास से ही संभव है।
उन्होंने छात्रों को प्रौद्योगिकी और तकनीकी के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने की सलाह दी, क्योंकि इस अत्यंत आधुनिक युग में इसके बिना पिछड़ जाने का खतरा है। उन्होंने कहा, “आप में भारत का भविष्य समाहित है। आपके द्वारा किया गया उचित प्रयास भारत को विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कड़ी होगी।”
समारोह की अध्यक्षता कर रहे संस्थान के चेयरमैन डॉ. आर. ए. अग्रवाल ने छात्रों को अपनी सोच का विस्तारीकरण करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि बड़ी सोच रखने से ही बड़ी मंजिल एवं बड़ी सफलता हासिल होती है।
डॉ. रजत अग्रवाल ने प्रसिद्ध उद्धरण “इंतजार करने वालों को सिर्फ उतना ही मिलता है जितना संघर्ष करने वाले छोड़ दिया करते हैं” के माध्यम से विद्यार्थियों को कठिन परिश्रम करने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों को सफलता प्राप्त करने के लिए शॉर्टकट रास्तों का प्रयोग न करने की सलाह दी।
बीआईटी संस्थान के निदेशक डॉ. रूप रंजन ने अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया। नवाचार केंद्र के निदेशक अंकुर कुमार एवं प्रतीश कनौजिया ने समारोह में उपस्थित सभी गणमान्य व्यक्तियों का आभार व्यक्त किया।
इस कार्यक्रम में विभिन्न कॉलेज के चेयरमैन, प्राचार्य, औद्योगिक इकाइयों के प्रमुख, प्रशासनिक अधिकारी, सामाजिक कार्यकर्ता सहित संस्थान के निदेशक प्रशासन दीपक अग्रवाल, सी.टी.ओ. विजय श्रीवास्तव, संतोष त्रिपाठी, डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, संदीप निगम, वसीम अख्तर, डॉ. आशीष सिंह, प्रो. अवधेश तिवारी सहित समस्त अधिष्ठाता, विभागाध्यक्ष, शिक्षक, कर्मचारी तथा बड़ी संख्या में छात्र एवं छात्राएं उपस्थित रहे।
यह नवाचार केंद्र छात्रों को नए विचारों को विकसित करने और उन्हें वास्तविक परियोजनाओं में बदलने के लिए एक मंच प्रदान करेगा, जिससे वे देश के विकास में सक्रिय योगदान दे सकेंगे।