एम्स गोरखपुर

कलाई के मांस से तैयार की जीभ, मरीज की बचाई जान

Go-Gorakhpur-News-AIIMS-gkp

Last Updated on January 24, 2025 9:55 PM by गो गोरखपुर ब्यूरो

एम्स गोरखपुर में 14 घंटे की मैराथन सर्जरी में कैंसर मरीज को मिली नई जिह्वा

Gorakhpur: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) गोरखपुर के ईएनटी विभाग ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की है. डॉक्टरों ने 14 घंटे की मैराथन सर्जरी में जीभ के कैंसर से पीड़ित एक मरीज को नई जिह्वा प्रदान की है. पूर्वांचल में इस तरह की जटिल सर्जरी पहली बार की गई है.

40 वर्षीय मरीज देवरिया जिले के भाटपाररानी से एम्स आया था. उसके जीभ के दाहिने हिस्से में कार्सिनोमा (कैंसर का घाव) था, जिससे उसे बोलने और खाने में तकलीफ हो रही थी. डॉक्टरों ने ‘फ्री फ्लैप रिकंस्ट्रक्शन सर्जरी’ करने का फैसला किया, जिसमें मरीज के बाएं हाथ की कलाई से मांस लेकर नई जिह्वा बनाई गई.

इस जटिल सर्जरी में माइक्रोवैस्कुलर एनास्टोमोसिस तकनीक का इस्तेमाल किया गया, जिसमें माइक्रोस्कोप के नीचे कलाई के मांस की शिरा और धमनी को गले की नसों से जोड़ा गया. ईएनटी विभागाध्यक्ष डॉ. रुचिका अग्रवाल के नेतृत्व में सर्जिकल टीम ने यह सफल सर्जरी की.

डॉ. अग्रवाल ने बताया कि फ्री फ्लैप रिकंस्ट्रक्शन एक उन्नत तकनीक है जो मरीज को बेहतर कार्यक्षमता और सौंदर्यपरक परिणाम देती है. इससे पहले ऐसी सर्जरी केवल टाटा वाराणसी और लखनऊ के कुछ निजी अस्पतालों में ही होती थी. एम्स गोरखपुर के कार्यकारी निदेशक प्रोफेसर अजय सिंह ने ईएनटी विभाग को इस सफलता पर बधाई दी है.

Priya Srivastava

Priya Srivastava

About Author

Priya Srivastava दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय से पॉलिटिकल साइंस में परास्नातक हैं. गोगोरखपुर.कॉम के लिए इवेंट, एजुकेशन, कल्चर, रिलीजन जैसे टॉपिक कवर करती हैं. 'लिव ऐंड लेट अदर्स लिव' की फिलॉसफी में गहरा यकीन.

पिछले दिनों की पोस्ट...

aiims gorakhpur gives new life to two years baby child
गो एम्स गोरखपुर हेल्थ

हादसे में टूट गई थीं चेहरे की हड्डियां, एम्स गोरखपुर ने दिया नया जीवन

Gorakhpur/AIIMS gorakhpur gives new life to two years baby child: उसके चेहरे की हड्डियां एक हादसे में बुरी तरह से
Go-Gorakhpur-News-AIIMS-gkp
गो एम्स गोरखपुर हेल्थ

डॉ. अजय सिंह को एम्स गोरखपुर का अतिरिक्त प्रभार

Gorakhpur: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भोपाल के कार्यकारी निदेशक प्रो. डॉ. अजय सिंह को एम्स गोरखपुर का कार्यवाहक कार्यकारी
नया एक्सप्रेसवे: पूर्वांचल का लक, डेवलपमेंट का लिंक महाकुंभ 2025: कुछ अनजाने तथ्य… महाकुंभ 2025: कहानी कुंभ मेले की…