डीडीयू गोरखपुर विश्वविद्यालय और इन्फ्लिबनेट सेंटर के बीच MoU पर हस्ताक्षर। डिजिटल ई-लाइब्रेरी, शोध प्रबंधन और गुणवत्ता जांच सेवाओं से शैक्षणिक गुणवत्ता बढ़ेगी।
गोरखपुर: दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय (डीडीयू) और सूचना एवं पुस्तकालय नेटवर्क (इन्फ्लिबनेट) केंद्र, गांधीनगर, गुजरात के बीच मंगलवार को एक महत्वपूर्ण समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए गए। यह ऐतिहासिक अनुबंध उत्तर प्रदेश की माननीय राज्यपाल एवं विश्वविद्यालय की कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल की गरिमामयी उपस्थिति में राजभवन, लखनऊ में संपन्न हुआ।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय की कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन, कुलसचिव श्री धीरेन्द्र श्रीवास्तव, इन्फ्लिबनेट के निदेशक डॉ. जे. पी. सिंह जोईल, वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं परियोजना समन्वयकगण, तथा विश्वविद्यालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे।
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यह समझौता विश्वविद्यालय में इन्फ्लिबनेट द्वारा विकसित विभिन्न शैक्षणिक एवं शोधपरक डिजिटल सेवाओं के क्रियान्वयन की दिशा में एक निर्णायक पहल है। इस साझेदारी के अंतर्गत विश्वविद्यालय के शिक्षकों, शोधकर्ताओं एवं छात्रों को राष्ट्रीय स्तर की उन्नत ई-लाइब्रेरी, शोध प्रबंधन, शोध गुणवत्ता जांच (जैसे शोधचिंतक), डिजिटल थीसिस भंडारण (जैसे शोधगंगा), ई-सामग्री प्रबंधन और अनुसंधान सूचना नेटवर्क जैसी सेवाओं का सीधा लाभ प्राप्त होगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि इस सहयोग से न केवल विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता में अभूतपूर्व वृद्धि होगी, बल्कि शोध में पारदर्शिता और नवाचार को भी बल मिलेगा, जिससे डीडीयू राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय मानकों पर खरा उतर सकेगा।
इस अवसर पर कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन ने कहा, “यह समझौता महामहिम राज्यपाल एवं कुलाधिपति के प्रोत्साहन और मार्गदर्शन में संभव हो सका है। इन्फ्लिबनेट के सहयोग से विश्वविद्यालय डिजिटल शिक्षा, शोध गुणवत्ता, और पारदर्शिता की दिशा में एक नए युग की शुरुआत करेगा।” उन्होंने जोर दिया कि यह पहल विश्वविद्यालय को डिजिटल युग की आवश्यकताओं के अनुरूप नई ऊँचाइयों तक पहुँचाने का कार्य करेगी और शोध-संरचना को वैश्विक मानकों से जोड़ेगी।