एडिटर्स पिक

UP Budget 2025: योगी सरकार ने पूर्वांचल के लिए खोला खजाना

UP Budget 2025: योगी सरकार ने पूर्वांचल के लिए खोला खजाना

Follow us

UP Budget 2025: योगी सरकार ने पूर्वांचल के लिए खोला खजाना
UP Budget 2025: योगी सरकार ने पूर्वांचल के लिए खोला खजाना

Gorakhpur: योगी आदित्यनाथ सरकार ने बजट सत्र 2025-26 में पूर्वांचल, खासकर गोरखपुर-बस्ती मंडल के विकास के लिए अपना खजाना खोल दिया है। इस बजट से न केवल क्षेत्र के विकास को नई गति मिलेगी, बल्कि युवाओं को रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।

नई टर्मिनल बिल्डिंग अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी

गोरखपुर एयरपोर्ट को हाईटेक बनाने के लिए बजट में 100 करोड़ रुपये मिले हैं। इससे पहले 1172 करोड़ रुपये स्वीकृत हो चुके थे। अब 1,272 करोड़ रुपये से गोरखपुर में अत्याधुनिक एयरपोर्ट का निर्माण होगा। यह नया एयरपोर्ट उत्तर प्रदेश के प्रमुख हवाई अड्डों की श्रेणी में शामिल होगा और क्षेत्रीय विकास को भी गति देगा। नई टर्मिनल बिल्डिंग अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगी और 50,000 वर्ग मीटर में फैली होगी। इसकी क्षमता एक घंटे में 2,500 यात्रियों को संभालने की होगी। टर्मिनल में स्मार्ट चेक-इन काउंटर, सेल्फ-चेक-इन बूथ, हाई-स्पीड वाई-फाई, मॉडर्न लाउंज, अत्याधुनिक बैगेज हैंडलिंग सिस्टम और प्रीमियम वीआईपी सेक्शन जैसी विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी। एयरपोर्ट पर अत्याधुनिक एप्रन बनेगा, जिसमें एक समय में 10 विमान खड़े हो सकेंगे, विशेषकर एयरबस-321 के पार्किंग की भी व्यवस्था होगी।

धुरियापार में सेमीकंडक्टर चिप बनाने की फैक्ट्री लगने की उम्मीद बढ़ी

यूपी बजट में सेमीकंडक्टर चिप को लेकर नई पॉलिसी जारी होने से धुरियापार औद्योगिक क्षेत्र में सेमीकंडक्टर चिप बनाने की फैक्ट्री लगने की उम्मीद बढ़ी गई है। गीडा प्रबंधन पहले ही प्रदेश सरकार को इसके लिए प्रस्ताव भेज चुका है। उद्योगपतियों का मानना है कि नई नीति बनने का फायदा गोरखपुर को मिलेगा। गीडा की तर्ज पर ही धुरियापार को भी औद्योगिक क्षेत्र के रूप में विकसित किया जा रहा है। पिछले साल सितंबर में नोएडा में हुए सेमीकॉन इंडिया समिट में यूपी को सेमीकंडक्टर चिप बनाने के लिए पांच निवेश प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से तीन कंपनियों को नोएडा में ही जमीन दी गई थी। सितंबर में ही गीडा प्रबंधन ने भी धुरियापार औद्योगिक क्षेत्र में सेमीकंडक्टर चिप बनाने की फैक्ट्री लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा था, जिसे तब मंजूरी नहीं मिली थी। अब बजट में इसके लिए नई नीति निर्धारित होने के बाद फिर से चर्चा शुरू हो गई है। उद्योगपतियों का कहना है कि धुरियापार क्षेत्र में अगर कोई सेमीकंडक्टर चिप बनाने की फैक्ट्री आती है, तो उसका असर यहां के अन्य उद्योगों पर भी पड़ेगा।

कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय

कुशीनगर में महात्मा बुद्ध कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के लिए बजट में 100 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। इससे पहले 45 करोड़ का बजट मिल चुका है। कुल मिलाकर 145 करोड़ रुपये की धनराशि मिलने से विश्वविद्यालय के निर्माण में तेजी आएगी। विश्वविद्यालय के शुरू होने से कृषि प्रौद्योगिकी, खेती-बारी, नए शोध और कृषि शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा। यह विश्वविद्यालय क्षेत्र के किसानों और कृषि छात्रों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा।

कैंपियरगंज में बनने वाला पांचवां विश्वविद्यालय बेहद अनूठा होगा

प्रदेश सरकार ने 50 करोड़ रुपये का बजटीय प्रावधान कर गोरखपुर में पांचवें विश्वविद्यालय की स्थापना का मार्ग प्रशस्त कर दिया है। कैंपियरगंज में बनने वाला यह विश्वविद्यालय वानिकी और औद्यानिक विश्वविद्यालय के रूप में होगा। गोरखपुर का यह पांचवां विश्वविद्यालय बेहद अनूठा होगा और उत्तर भारत का अपने तरह का पहला विश्वविद्यालय होगा। यह वानिकी और बागवानी के क्षेत्र में शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देगा।

गोरखपुर का टेराकोटा अब और चमकेगा

प्रदेश सरकार के बजट में उत्तर प्रदेश माटी कला बोर्ड को 11.50 करोड़ रुपये मिले हैं। इस आवंटन से माटी कला का कार्य करने वाले टेराकोटा के कारीगरों को प्रोत्साहन मिलेगा। स्थानीय कारीगरों ने इसके लिए सरकार को धन्यवाद दिया है। उनका मानना है कि टेराकोटा के ओडीओपी (एक जिला, एक उत्पाद) बनने के बाद से उनके रोजगार में काफी इजाफा हुआ है और इस बजट आवंटन से उन्हें और भी मदद मिलेगी। यह राशि टेराकोटा शिल्प को बढ़ावा देने, कारीगरों को प्रशिक्षण और विपणन सहायता प्रदान करने में खर्च की जाएगी।

सिद्धार्थ श्रीवास्तव

About Author

आज, दैनिक जागरण, राष्ट्रीय सहारा, दैनिक हिंदुस्तान, अमर उजाला जैसे हिंदी पट्टी के प्रमुख समाचार पत्रों में लोकल से लेकर नेशनल न्यूज़ रूम में कार्य का 18 साल का अनुभव. दो वर्षों से गोगोरखपुर.कॉम के साथ. संपर्क: 7834836688, ईमेल:contact@gogorakhpur.com.

Leave a comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

महाकुंभ 2025: कुछ अनजाने तथ्य… महाकुंभ 2025: कहानी कुंभ मेले की… गोरखपुर सिटी: टॉप टेन