थिरुमलाई तिरुपति देवस्थानम में चढ़ाई जाने वाली प्रसाद “नैवेद्यम” (लड्डू) इन दिनों विवाद के घेरे में है. हिंदू आस्था का यह मंदिर “श्री कल्याण वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर” तिरुपति के श्रीनिवासमंगपुरम में स्थित एक प्राचीन हिंदू मंदिर है. यह देश के आंध्र प्रदेश में तिरुपति जिले में स्थित है. यह मंदिर भगवान वेंकटेश्वर को समर्पित है. भगवान वेंकटेश्वर विष्णु के एक रूप हैं. उन्हें कल्याण वेंकटेश्वर के नाम से भी जाना जाता है.
विवाद ”नैवेद्यम” की गुणवत्ता को लेकर है. इसे अन्य सामग्री के साथ शुद्ध देसी घी से तैयार किया जाता है. विवाद देसी घी की शुद्धता को लेकर है. आइए, जानते हैं कि गाय हरे चारे खाकर अपने शरीर में कैसे दूध सृजित करती है? दूध से कैसे घी बनता है? दूध के अवयव क्या हैं?
गाय के शरीर में भोजन से दूध और घी बनने की प्रक्रिया निम्नलिखित है:
दूध बनने की प्रक्रिया
- भोजन का अवशोषण: गाय भोजन खाती है, जिसमें कार्बोहाइड्रेट्स, प्रोटीन, वसा और विटामिन होते हैं.
- पाचन: भोजन पाचन क्रिया से गुजरता है, जिसमें एंजाइम्स भोजन को तोड़ते हैं.
- रक्त में अवशोषण: पाचन के बाद, भोजन के अवयव रक्त में अवशोषित होते हैं.
- लैक्टेशन: गाय के स्तन में लैक्टेशन होता है, जिसमें रक्त से अवयव लिए जाते हैं और दूध बनता है.
- दूध स्राव: दूध स्तन ग्रंथियों से स्रावित होता है और गाय के दूध में बदल जाता है.
घी बनने की प्रक्रिया
- दूध संग्रह: गाय का दूध संग्रहीत किया जाता है.
- क्रीम अलगाव: दूध से क्रीम अलग की जाती है.
- मक्खन बनाना: क्रीम को मक्खन बनाने के लिए फेंटा जाता है.
- मक्खन से घी बनाना: मक्खन को गरम करके घी बनाया जाता है.
- घी शुद्धिकरण: घी को शुद्ध किया जाता है और पैकेजिंग के लिए तैयार किया जाता है.
गाय के शरीर में दूध और घी बनने के लिए आवश्यक तत्व
- विटामिन बी12
- कैल्शियम
- फॉस्फोरस
- प्रोटीन
- कार्बोहाइड्रेट्स
- वसा
- मिनरल्स
इस तरह हम देखते हैं कि गाय के शरीर में दूध और घी बनने की प्रक्रिया जटिल है. इसमें कई एंजाइम्स और हार्मोन्स का भी सहयोग होता है.