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Gorakhpur News | निगम के दावों और कार्यों का ‘लिटमस टेस्ट’ करने पहुंचे बादल

अपर नगर आयुक्त के निर्देश पर नौसड़-वाराणसी रोड के पेट्रोल पंप के पास बड़ी पोकलेन मशीन से नाली की खुदाई की गई, जिसके बाद पानी की निकासी तेजी से हुई. जोनल अधिकारी एनडी पांडे, अखिलेश श्रीवास्तव और सफाई इस्पेक्टर श्रवण कुमार सोनकर अपने-अपने इलाकों में जलनिकासी सुनिश्चित करने में जुटे रहे. शुक्रवार को इलाहीबाग में भी हर जगह जलभराव हो गया. शहर के पुराने मुहल्लों की संकरी गलियों में जलभराव आम बात है. इन इलाकों में लोग इसके अभ्यस्त हो चले हैं. उन्हें निगम के दावों की हकीकत पता है.
नाला निर्माण कार्यों का जायजा लेते नगर आयुक्त
GO GORAKHPUR: शहर में पिछले चार दिनों से बादलों ने डेरा डाल दिया है. तवे की तरह तप रही धरती को बारिश की बूंदों ने राहत पहुंचाई. जानलेवा गर्मी से लोगों को राहत ज़रूर मिली, लेकिन…इस ‘लेकिन’ के पीछे शहर की एक लंबी कहानी भी है. शहर में जलभराव खत्म करने के लिए नगर निगम ने बहुत सारे जतन किए…लेकिन. यह दावे इन बादलों के पहले लिटमस टेस्ट में फेल हो गए. दूसरी ओर, शहर में हर ओर निर्माण कार्य चल रहे हैं. बहुत से काम ऐसे थे जो कार्यदायी संस्थाओं को अब तक पूरे कर लेने थे ताकि बारिश में आमजन को परेशानी न उठानी पड़े….लेकिन. इन तमाम सारे लेकिनों के बीच बादल उन दावों और कार्यों की गुणवत्ता परखने के लिए आ धमके हैं. बिना किसी से अनुमति लिए…और बादलों की धमक के साथ ही खुलने लगी है सतही  दावों, खोखले कार्यों की पोल.



देवरिया बाईपास से लेकर मेडिकल रोड पर सड़क पर पानी

रुक-रुक कर लगातार हो रही बारिश से टाउन हाल, धर्मशाला अंडर पास, जिला अस्पताल, सिविल लाइंस, बक्शीपुर, इलाहीबाग, देवरिया बाईपास से लेकर मेडिकल रोड पर सड़क पर पानी लग गया. देवरिया बाईपास पर निर्माणाधीन नाले के चलते जलनिकासी बाधित हुई. बारिश के रुकते ही पानी की तेजी से निकासी भी हो गई. इलाहीबाग में सड़क पर पानी लगने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. कई घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया.

जलनिकासी के लिए नौसड़ में खोदी गई अस्थायी नाली

अपर नगर आयुक्त के निर्देश पर नौसड़-वाराणसी रोड के पेट्रोल पंप के पास बड़ी पोकलेन मशीन से नाली की खुदाई की गई, जिसके बाद पानी की निकासी तेजी से हुई. जोनल अधिकारी एनडी पांडे, अखिलेश श्रीवास्तव और सफाई इस्पेक्टर श्रवण कुमार सोनकर अपने-अपने इलाकों में जलनिकासी सुनिश्चित करने में जुटे रहे. शुक्रवार को इलाहीबाग में भी हर जगह जलभराव हो गया. शहर के पुराने मुहल्लों की संकरी गलियों में जलभराव आम बात है. इन इलाकों में लोग इसके अभ्यस्त हो चले हैं. उन्हें निगम के दावों की हकीकत पता है.

बांसमंडी के सामने 100 मीटर नाला ढहा

फातिमा बाईपास फोरलेन पर शुक्रवार की सुबह बांसमंडी के सामने 100 मीटर नाला ढह गया. नाला ढहने से दो दर्जन से अधिक कॉलोनियों की जलनिकासी बंद हो गई. सूचना पर नगर निगम और पीडब्ल्यूडी के कर्मचारियों ने जगह-जगल लगे गोल पाइप को जेसीबी से निकलवा कर पानी का बहाव सही कराया. खजांची चौराहे से फातिमा बाईपास पर बाई तरफ लगभग आधा किलोमीटर तक 15 साल पहले पीडब्ल्यूडी ने नाला निर्माण कराया था. इस नाले से दो दर्जन से अधिक कॉलोनियों की पानी खजांची चौराहे से गोड़धोईया नाला होते हुए रामगढ़ताल में बहता है. एक साल पूर्व फोरलेन बनने पर ठेकेदार ने जगह-जगह टूटे हुए नाला की मरम्मत कराकर गोल पाइप डाल दी थी. 

बड़े नालों की सफाई का काम फिर अधूरा

आम तौर पर मानसून से पहले शहर के बड़े नालों की सफाई का काम पूरा कर लेना होता है. नगर ​निगम टीम हर साल इसके लिए कमर कसती है, लेकिन काम कभी समय पर पूरा नहीं होता. इस साल भी इसका खामियाजा शहरवासियों को भुगतना पड़ेगा. जून पूरा बीत गया लेकिन नालों की सफाई लटकी है. शुक्रवार को नगर आयुक्त ने खुद सूरजकुंड सहित कई इलाकों में नाला सफाई के कार्यों का मौका मुआयना किया. 



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