गोरखपुर के सिंघड़िया में फर्जी ट्रेडिंग कंपनी ने करोड़ों की ठगी की। 50 से अधिक निवेशकों का पैसा डूबा। जानें पूरा मामला और पुलिस की कार्रवाई।
गोरखपुर: शहर के सिंघड़िया इलाके में एक फर्जी ट्रेडिंग कंपनी खोलकर करोड़ों रुपये की जालसाजी का बड़ा मामला सामने आया है। लगभग 50 से अधिक लोगों से मोटी रकम ऐंठने के बाद कंपनी का मालिक कार्यालय बंद कर फरार हो गया है। ठगी का अहसास होने पर पीड़ित निवेशकों ने पुलिस अधीक्षक नगर (एसपी सिटी) से गुहार लगाई, जिसके निर्देश पर कैंट पुलिस मामले की गहन जांच कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, आरोपी युवक ने सिंघड़िया क्षेत्र के श्रीराम सिटी में अपना एक कार्यालय स्थापित किया था, जबकि सिंघड़िया गैस गोदाम गली में उसका एक शोरूम भी संचालित हो रहा था। पीड़ित राम सिंह बेदी ने आरोप लगाया है कि जुलाई 2024 में इस युवक ने उक्त कंपनी का संचालन प्रारंभ किया। उसने निवेशकों को ट्रेडिंग में प्रति माह 15 प्रतिशत तक के आकर्षक रिटर्न का लालच दिया था, साथ ही साढ़े 13 महीने में निवेशित राशि को दोगुना करने का भी प्रलोभन दिया गया था।
प्रारंभिक दो-तीन महीनों तक, आरोपी ने निवेशकों का विश्वास जीतने के लिए नियमित रूप से रिटर्न का भुगतान किया, जिससे उनका भरोसा और बढ़ गया। राम सिंह बेदी ने बताया कि इस विश्वास के आधार पर उन्होंने बैंक से ऋण लेकर और अधिक धनराशि का निवेश कर दिया, और अब तक वे कुल 25 लाख रुपये इस कंपनी में लगा चुके हैं।
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पीड़ितों के आरोप के अनुसार, पिछले कुछ महीनों से उन्हें कोई रिटर्न प्राप्त होना बंद हो गया था। इसके बाद आरोपी ने अपना मोबाइल नंबर बंद कर लिया और कार्यालय पर ताला लगाकर फरार हो गया। पीड़ित संतोष कुमार मौर्य ने अपनी आपबीती सुनाते हुए बताया कि उन्होंने अपनी जीवनभर की जमा-पूंजी के 15 लाख रुपये इस ट्रेडिंग कंपनी में निवेश कर दिए थे। उन्होंने यह भी बताया कि शुरुआती रिटर्न को देखकर कई अन्य नए लोगों ने भी इसमें निवेश किया था। इस ठगी के शिकार होने वाले अन्य प्रमुख निवेशकों में मीना सिंह (नौ लाख), संदीप श्रीवास्तव (छह लाख), व्यास करण (एक लाख), राजकुमार (10.50 लाख), राजबहादुर यादव (5.10 लाख), और बलराम (दो लाख) शामिल हैं। कुल मिलाकर, लगभग 50 लोगों ने इस फर्जी कंपनी में अपना पैसा गंवाया है।
जांच में पता चला है कि आरोपी ने मुख्य रूप से व्यापारी वर्ग को अपना निशाना बनाया, विशेषकर उन छोटे व्यापारियों को जो मोहल्लों में दुकानें चलाकर अपना जीवनयापन करते हैं। नौकरीपेशा वाले लोग इस ठगी के कम ही शिकार हुए हैं। एसपी सिटी अभिनव त्यागी ने बताया है कि पुलिस गहनता से जांच कर रही है और जल्द ही आरोपी को गिरफ्तार किया जाएगा।
पीड़ितों का कहना है कि आरोपी युवक मूल रूप से बिहार के सिवान का निवासी है। उसने लोगों का विश्वास जीतने के लिए अपने आधार कार्ड में पता बदलवाकर खुद को गोरखपुर का निवासी बताया था। इसी धोखे के आधार पर उसने लोगों को बड़ी रकम निवेश करने के लिए प्रेरित किया।
अगर कोई आपको उच्च रिटर्न का प्रलोभन दे रहा है तो इन बातों पर करें विचार
- सलाहकार की जाँच करें: निवेश की सलाह देने वाले व्यक्ति या कंपनी का SEBI (सेबी) रजिस्ट्रेशन ज़रूर देखें।
- कंपनी को परखें: जिस कंपनी में पैसा लगा रहे हैं, उसकी पूरी जानकारी लें और केवल भरोसेमंद कंपनियों में ही निवेश करें।
- गारंटी वाले वादों से बचें: शेयर बाज़ार में कोई भी गारंटीड मुनाफ़ा नहीं दे सकता। ऐसे वादे करने वालों से दूर रहें।
- ज्यादा लालच न करें: अगर कोई स्कीम अविश्वसनीय रूप से ज़्यादा मुनाफ़ा देने का दावा करे, तो उस पर शक करें।
- अनजान सलाह न मानें: सोशल मीडिया, व्हाट्सएप या फ़ोन पर मिली अनजान निवेश सलाह पर भरोसा न करें।
- जल्दबाज़ी में निवेश न करें: किसी के कहने पर तुरंत पैसा लगाने का फैसला न लें, हमेशा सोच-समझकर निवेश करें।
- सही ऐप/वेबसाइट चुनें: केवल SEBI से मान्यता प्राप्त और भरोसेमंद ट्रेडिंग ऐप्स या वेबसाइट का ही इस्तेमाल करें।
- अज्ञात लिंक से बचें: किसी भी अनजान लिंक से कोई ऐप डाउनलोड न करें।
- निजी जानकारी गुप्त रखें: अपना पासवर्ड, OTP, पैन और आधार की जानकारी किसी को न दें।
- पासवर्ड बदलते रहें: अपने ट्रेडिंग खाते का पासवर्ड समय-समय पर बदलते रहें।
- खुद जानकारी हासिल करें: शेयर बाज़ार कैसे काम करता है, इसकी बेसिक जानकारी ज़रूर रखें। ज्ञान ही सबसे बड़ा बचाव है।
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