बुद्धा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में “शून्य से शिखर तक” टॉक-शो
Gorakhpur: बुद्धा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के प्रांगण में शनिवार को “शून्य से शिखर तक” टॉक-शो का आयोजन किया गया, जिसने छात्रों और उपस्थित दर्शकों को सफलता की प्रेरणादायक कहानियों से रूबरू कराया। इस कार्यक्रम ने विभिन्न क्षेत्रों के प्रतिष्ठित व्यक्तियों को एक मंच पर लाकर छात्रों के साथ गहन संवाद स्थापित किया। इस टॉक-शो का मुख्य उद्देश्य छात्रों को उनके जीवन में सफलता प्राप्त करने के लिए प्रेरित करना और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों के सफल व्यक्तियों के अनुभवों से अवगत कराना था।
कार्यक्रम का शुभारंभ और अतिथियों का स्वागत
कार्यक्रम की शुरुआत मां सरस्वती के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन और अतिथियों के स्वागत के साथ हुई। बुद्धा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के सचिव डॉ. आर.ए. अग्रवाल ने अपने भावनात्मक उद्गार व्यक्त करते हुए कहा कि यह उनके लिए एक अनूठा क्षण है जब एक ही मंच पर साहित्य, राजनीति और उद्योग जगत की महान हस्तियां उपस्थित हैं। उन्होंने सभी अतिथियों का हार्दिक स्वागत किया।

राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल का प्रेरणादायक संबोधन
हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने छात्रों के साथ संवाद करते हुए अपनी राजनीतिक यात्रा के आरंभ से शिखर तक की चुनौतियों, उपलब्धियों और आकांक्षाओं पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि प्रतिबद्धता, समर्पण, लगन और निरंतरता सफलता की दिशा को स्पष्ट करने और प्राप्त करने में सहायक होते हैं। उन्होंने छात्रों को आत्मविश्वास और प्रयास से सफलता की इबारत लिखने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने पूर्वांचल, विशेषकर गोरखपुर परिक्षेत्र के विकास पर भी चर्चा की और कहा कि यह क्षेत्र अभूतपूर्व बदलाव और क्रांतिकारी परिवर्तन की ओर बढ़ रहा है।
पद्मश्री आचार्य विश्वनाथ तिवारी का साहित्यिक अनुभव
पद्मश्री आचार्य विश्वनाथ तिवारी ने शून्य से साहित्य जगत के शीर्ष तक की अपनी यात्रा पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने साहित्य और समाज के रिश्तों पर बात करते हुए कहा कि साहित्य समाज की वह तस्वीर है जिसमें वे पक्ष भी साफ-साफ दिखाई देते हैं जो सीधी नजर से ओझल हो जाते हैं। उन्होंने नई पीढ़ी को लेखन की गुणवत्ता पर ध्यान देने और परिणाम की चिंता किए बिना काम करते रहने की सलाह दी।
उद्योगपति अतुल सर्राफ की व्यावसायिक सफलता की कहानी
शहर के प्रतिष्ठित व्यापारी और उद्योगपति अतुल सर्राफ ने अपनी यात्रा के अनेक चुनौतीपूर्ण पड़ावों, सामाजिक और राजनीतिक परिवर्तनों और देश के बदलते आर्थिक परिदृश्य के अनुरूप लिए गए दूरदर्शी फैसलों के परिणामों पर गंभीर चर्चा की। उन्होंने रियल एस्टेट कारोबार को अपनी सबसे महत्वाकांक्षी परियोजना बताया और शहरी आवासीय समस्याओं के समाधान में निजी क्षेत्र की भूमिका पर प्रकाश डाला।
सफल व्यक्तियों के जीवन से मिली प्रेरणा
इस टॉक-शो का उद्देश्य छात्रों को विभिन्न क्षेत्रों में सफल व्यक्तियों के जीवन से प्रेरित करना और उन्हें अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए प्रोत्साहित करना था। कार्यक्रम में बुद्धा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के कार्यकारी अधिकारी डॉ. रजत अग्रवाल ने शिक्षा के क्षेत्र में संस्थान के योगदान पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का समापन डॉ. आर.ए. अग्रवाल के धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
इस अवसर पर संस्थान के निदेशक प्रशासन दीपक अग्रवाल, निदेशक एच.आर. संतोष त्रिपाठी, निदेशक बी.आई.टी. डॉ. अरविन्द पाण्डेय, निदेशक फार्मेसी डॉ. आशीष सिंह, निदेशक डिग्री कालेज डॉ. लतेन्द्र श्रीवास्तव, निदेशक मैनेजमेंट कालेज डॉ. अभिषेक त्रिपाठी, निदेशक डिप्लोमा श्री अभिनव श्रीवास्तव, निदेशक होटल मैनेजमेंट मुदित पाण्डेय, प्रो. एच.एन. सिंह, प्रो. अवधेश तिवारी, प्रो. शोभा लाल, प्रो. एच.एन. सिंह, डॉ. राकेश तिवारी, ई. उज्जवल श्रीवास्तव सहित संस्थान के सभी शिक्षक, कर्मचारी, मीडियाकर्मी और छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।