एम्स में 700 बेड का अस्पताल संचालित होना है. अस्पताल का एक भवन हैंडओवर नहीं हुआ है जिसके कारण 300 बेड का अस्पताल संचालित किया जा रहा है. इस भवन में ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विभाग संचालित हो रहा है. फौरीतौर पर कैजुअलिटी समेत 30 बेड का ही वार्ड संचालित हो पा रहा है. इसकी शुरुआत नवंबर 2022 से हुई. पहले चरण में पांच बेड से इमरजेंसी शुरू की गई. बाद में उसे बढ़ाकर 30 बेड कर दिया गया. ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विंग में अब प्रतिदिन 35 से 40 मरीज आ रहे हैं जिनमें 10 से 15 को भर्ती करने की जरूरत होती है. जल्द ही 30 बेड का एक और इमरजेंसी वार्ड शुरू किया जाएगा. इसके लिए कवायद शुरू कर दी गई है. नए भवन के कुछ हिस्से में इसे शुरू किया जाएगा.
एम्स के ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विभाग के प्रमुख डॉ. रविंद्र कुमार ने कहा कि ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विभाग में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है. ऐसे में मरीजों को बेहतर सुविधाएं देने के लिए विभाग का विस्तार किया जा रहा है. नए भवन में 30 बेड का एक और इमरजेंसी वार्ड, एक ऑपरेशन थिएटर और एक आईसीयू बनाया जाएगा. यह सुविधा मरीजों को बेहतर इलाज देने में मदद करेगी.
एम्स में ट्रॉमा एंड इमरजेंसी विभाग का विस्तार मरीजों के लिए एक बड़ी राहत है. इससे मरीजों को बेहतर इलाज और सुविधाएं मिल सकेंगी.