Go Gorakhpur: गोरखपुर में डेंगू का डंक बढ़ता ही जा रहा है. इस साल मिले मरीजों की संख्या पिछले पांच साल में सर्वाधिक के स्तर पर जा पहुंची है. स्वास्थ्य विभाग रोजाना ऐसे लोगों को नोटिस दे रहा है जिनके घर और प्रतिष्ठानों में डेंगू के लार्वा मिल रहे हैं. बारिश का मौसम बीतने के बाद भी डेंगू का लार्वा मिलने से स्वास्थ्य विभाग की नींद उड़ी हुई है. जागरूकता के अभाव में लोग जहां डेंगू के प्रति लापरवाह दिख रहे हैं वहीं स्वास्थ्य विभाग बीमारी के प्रसार को रोकने में कामयाब नहीं दिख रहा है.
जिले में डेंगू का डंक इससे पहले साल 2019 में गहरा हुआ था. सरकारी रिकॉर्ड में उस साल डेंगू के 114 मरीज मिलना दर्ज है. तब एक मरीज ने जान भी गंवाई थी. इस साल अब तक जिले में डेंगू के 123 मरीज मिल चुके हैं. शनिवार को छह लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई, जबकि शुक्रवार को सात लोगों की पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी. मरीजों के इस आंकड़े में शहरी के साथ ही ग्रामीण इलाके भी शामिल हैं, लेकिन शहरी इलाके में मरीज ज्यादा हैं. इसकी वजह वाटर लॉगिंग बताई जा रही है. जिला मलेरिया विभाग से मिली जानकारी के अनुसार शुक्रवार को मिले मरीज शहर के पादरी बाजार, रामजानकी नगर, हरपुर बुदहट, बकसूड़ी झगहां, तिवारीपुर, रसूलपुर और मोहद्दीपुर इलाके के थे. शनिवार को जिल लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई वे पादरी बाजार, गोपालपुर, देवीपुर, पीपीगंज, जंगल चौरी, तिवारीपुर इलाके के हैं. विभाग के अनुसार, जिन लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है उनकी ट्रेवेल हिस्ट्री है. शनिवार को पॉजिटिव मिले मरीजों में से तीन लखनऊ से आए हैं, दो प्रयागराज से और एक मुंबई से आया है. अब तक मिले 123 मरीजों में 81 शहर और 42 ग्रामीण क्षेत्र के हैं. विभाग ने 789 जगहों पर सोर्स रिडक्शन किया है, यानी डेंगू मच्छर के लार्वा को खत्म किया है. डॉक्टरों की सलाह है कि डेंगू से बचाव के लिए मच्छरदानी में सोएं और घर के आसपास कहीं साफ पानी जमा न होने दें.