गो गोरखपुर बतकही बतकही बात-बेबात

कमजोर नागरिक धर्म

गो गोरखपुर बतकही | सोचें! शैशव काल से बचपन के दिन. पहला कदम. पहला शब्द. मां की उंगलियां पकड़े आगे बढ़ने की अभिलाष. भाषा के संस्कार. सारी क्रियाओं में से एक क्रिया स्वच्छता भी. मां का अवलंब छूटते ही स्वावलंबी. इन्हीं में से एक नित्य क्रिया. कब, कहां, कैसे?

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