आंकड़े क्या कहते हैं-
6000 एकड़: नियोजित वैदिक सिटी का कुल क्षेत्रफल.
200 किसान: उन किसानों की संख्या जिन्होंने अपनी जमीन बेचने के लिए सहमति दे दी है.
चार गुना कीमत: किसानों को उनकी जमीन के बदले दिया जाने वाला मुआवजा.
158.377 हेक्टेयर: पहले चरण में अधिग्रहित की जाने वाली जमीन का क्षेत्रफल.
3 करोड़ 35 लाख 70 हजार रुपये: जमीन अधिग्रहण के लिए प्रति हेक्टेयर निर्धारित कीमत.
Naya Gorakhpur project : गोरखपुर शहर में 6000 एकड़ में वैदिक सिटी कांसेप्ट पर विकसित होने वाली परियोजना को अब पंख लगेंगे. लक्ष्य से पीछे चल रही इस नया गोरखपुर परियोजना के लिए किसानों से जमीनों की रजिस्ट्री कराने की प्रक्रिया युद्ध स्तर पर शुरू होने जा रही है.
गोरखपुर विकास प्राधिकरण के वीसी आनंद वर्द्धन ने इस प्रोजेक्ट के लिए रजिस्ट्री का काम युद्ध स्तर कराने के लिए अधिशासी अभियंता नरेंद्र कुमार की अगुवाई में गुरुवार को विशेष कमेटी का भी गठन कर दिया है. गौरतलब है कि प्राधिकरण अब तक 200 से अधिक किसानों से सहमति ले चुका था. जमीन के बदले चार गुणा धनराशि देने के प्रशासनिक निर्णय का एक जुलाई को मण्डलायुक्त अनिल ढींगरा ने भी अनुमोदन कर दिया है.
एनईआर के इन 15 स्टेशनों को मिला कोड, छोटी दूरी के लिए भी करा सकेंगे रिज़र्वेशन
प्रथम चरण में पिपराइच रोड के 04 गांव मानीराम, रहमत नगर, सोनबरसा और बालापार की 158.377 हेक्टेयर जमीन समझौते के आधार पर खरीदी जानी है. इसके लिए 3 करोड़ 35 लाख 70 हजार रुपये प्रति हेक्टेयर की दर निर्धारित है. प्राधिकरण उपाध्यक्ष ने अभियन्त्रण इकाई से अधिशासी अभियन्ता नरेन्द्र कुमार, सहायक अभियन्ता राज बहादुर, अवर अभियन्ता आज्ञाराम वर्मा, राजस्व टीम के तहसीलदार रामभेज, राजस्व निरीक्षक विजय बहादुर सिहं, सर्वेयर ओम प्रकाश और प्राधिकरण में कार्यरत लेखपाल जगदीश प्रसाद, रामदवन सिंह और गनपत को नामित किया है.
बाप रे! इस कीमत पर बनेगा नया गोरखपुर, रेट सुनकर दंग रह जाएंगे आप
रजिस्ट्री दस्तावेज तैयार कराने, रजिस्ट्री दस्तावेज का पंजीयन कराने व भुगतान आदि का कार्य अभियन्त्रण इकाई करेगी. रजिस्टर्ड अभिलेखों का रख-रखाव व संरक्षण अर्जन लिपिक करेंगे. क्रय-विक्रय में समस्त विधिक कार्य विधि परामर्शी बीपी मिश्रा सम्पादित करेंगे.