गोरखपुर में चार बड़ी परियोजनाओं के शिलान्यास कार्यक्रम में बोले योगी आदित्यनाथ
वीर बहादुर सिंह स्पोटर्स कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, गोरखपुर सदर सांसद रवि किशन शुक्ल व अन्य. |
GO GORAKHPUR: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को गोरखपुर शहर को चार बड़ी परियोजनाओं की सौगात दी. 1822 करोड़ की लागत वाली इन परियोजनाओं से शहर की सूरत एकदम बदल जाएगी. इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि विकास का कोई विकल्प नहीं होता, और यही जीवन में परिवर्तन लाएगा. इसी से रोजगार का सृजन होगा. नौजवानों का नौकरियां मिलेंगी. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रदेश सरकार गोरखपुर को विकास के मॉडल के रूप में विकसित करने की योजना पर काम कर रही है.
वीर बहादुर सिंह स्पोटर्स कॉलेज में आयोजित कार्यक्रम में सीएम ने अपने संबोधन की शुरुआत ‘भारत माता की जय’ नारे से की. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि डबल इंजन की सरकार विकास को समर्पित है. विकास के इसी एजेंडे के साथ वह एक बार फिर गोरखपुर की जनता के लिए बहुप्रतीक्षित योजनाओं की सौगात लेकर आए हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि डबल इंजन की सरकार ने 2017 से लेकर अब तक प्रदेश की जनता को सैकड़ों विकास योजनाओं की सौगात दी है.
ट्रिपल इंजन की सरकार से गोरखपुर बन रहा विकास का मॉडल
मुख्यमंत्री ने कहा कि गोरखपुर धीरे-धीरे विकास के मॉडल के रूप में सामने आ रहा है. ऐसा सिर्फ और सिर्फ इसलिए संभव हो सका है क्योंकि यहां ट्रिपल इंजन की सरकार काम कर रही है. गोरखपुर की जनता ने सात विधायक, सांसद, महापौर सभी भारतीय जनता पार्टी के प्रतिनिधियों को चुना है. इसकी वजह से यहां विकास कार्य तेजी से हो पा रहे हैं. मुख्यमंत्री ने कहा कि उम्मीद है कि गोरखपुर की जनता आगे भी इसी तरह विकास कार्यों को अबाध रूप से जारी रखने का विकल्प चुनेगी.
मुख्यमंत्री ने इन चार योजनाओं की आधारशिला रखी
1. गोड़धोइया नाला और रामगढ़ ताल का जीर्णोद्धार
गोड़धोइया नाले की सफाई का काम पिछले वर्ष हुआ था. सफाई संपन्न होने के बाद अब इसे पक्के नाले के रूप में विकसित किया जाएगा. इसके दोनों ओर मार्ग बनाने और शहर में एक बेहतर जलनिकासी की व्यवस्था विकसित करने के इस प्रोजेक्ट पर 475 करोड़ रुपये की लागत आएगी. इसके प्रोजेक्ट के तहत 19.5 किमी की सीवरलाइन बनेगी, साथ ही 38 एमएलडी की एक एसटीपी लगाई जाएगी. इससे नाले के आसपास वाले शहर के 17 वार्डों में जलभराव, जलनिकासी की समस्या का स्थाई समाधान हो जाएगा. इससे लगभग दो लाख की आबादी को लाभ मिलेगा.
2. गोरखपुर सीवरेज योजना जोन सी पार्ट—2
यह शहर की बहुप्रतीक्षित योजना है. इसके तहत राप्ती और रोहिन नदी में गिरने वाले नालों का समाधान निकाला जाएगा. इस योजना के तहत शहर के 21 वार्डों के सीवर नेटवर्क को दुरुस्त किया जाएगा. 562 करोड़ रुपये लागत वाली इस योजना में 30 एमएलडी क्षमता वाले एसटीपी का निर्माण कार्य शामिल है. 188 किमी सीवर लाइनें बिछने शहर के मध्य और दक्षिणी—पश्चिमी इलाके की सीवर व्यवस्था पूरी तरह से दुरुस्त हो जाएगी. गौरतलब है कि इस योजना के तहत 44 हजार घरों को सीवर लाइन से जोड़ जाएगा.
3. खजांची चौराहे पर फोरलेन फ्लाईओवर
खजांची चौराहे पर शहर के दो मुख्य मार्गों का ट्रैफिक मिलता है. बरगदवा से जेल बाईपास और असुरन से मेडिकल कॉलेज का यातायात इस चौराहे पर आकर मिलने से हमेशा जाम की स्थिति बनी रहती है. लंबे समय से यहां फ्लाईओवर की जरूरत महसूस की जा रही है. इस फ्लाईओवर के निर्माण पर 100 करोड़ रुपये से अधिक की लागत आएगी. फ्लाईओवर बनने से नेपाल की ओर से आने वाले भारी वाहन बिना रुके शहर के बाहर—बाहर बिहार या लखनऊ की ओर निकल सकेंगे. इसका सबसे बड़ा फायदा मेडिकल कॉलेज की ओर आवागमन में मिलेगा. यहां जाम में फंसकर मरीजों की जान मुसीबत में नहीं पड़ेगी.
4. भटहट-बासस्थान मार्ग फोरलेन
महायोगी गुरु गोरखनाथ के नाम पर स्थापित प्रदेश के पहले आयुष विश्वविद्यालय तक जाने वाले मार्ग को फोरलेन बनाने की परियोजना की परियोजना का मुख्यमंत्री ने शिलान्यास किया. गौरतलब है कि आयुष विश्वविद्यालय तक जाने वाला मार्ग अभी दो लेन का भी नहीं है. पहले आयुष विश्वविद्यालय तक आमजन की पहुंच को सुगम बनाने के लिए इसे फोरलेन किया जाएगा. इस पर 700 करोड़ रुपये का खर्च अनुमानित है. यह मार्ग बनने से गोरखपुर शहर से आयुष विश्वविद्यालय तक की दूरी सिर्फ 20 मिनट में पूरी जाएगी.
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