इंदौर की तरह गोरखपुर में भी गीले कूड़े से बायो सीजएनजी व कम्पोस्ट बनाने का प्लांट लगाने का रास्ता साफ हो गया है. नगर निगम की ओर से शासन को भेजी गई एक्सप्रेशन आफ इंट्रेस्ट (ईओआई) की रिपोर्ट पर चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता वाली कमेटी आफ सेक्रेटरीज ने विमर्श किया. दो नवंबर को कमेटी ने रिपोर्ट पर मुहर लगा दी. बायो सीएनजी प्लांट का लगना तय होने के वाद अब नगर निगम की जिम्मेदारी बढ़ गई है. डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के जरिए प्लांट के लिए जरूरी गीला कूड़ा एकत्र करने के लिए गाड़ियों और मैन पावर को भी बढ़ाना होगा. प्लांट को चलाने के लिए हर दिन कम से कम 200 टन परिष्कृत गीले कूड़े की जरूरत होगी. बायो सीएनजी प्लांट लगाने का टेंडर हासिल करने वाली कंपनी एवर एनवायरो ने 15 माह में प्लांट लगाने का वादा किया है. इसके बाद प्लांट के लिए 90 प्रतिशत शुद्ध गीले कूड़े की जरूरत होगी. जिसकी उपलब्धता डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन से ही संभव हो सकेगी. कंपनी की ओर से 150 करोड़ रुपए की लागत से प्लांट लगाया जाएगा. नगर निगम को कोई धनराशि नहीं देनी होगी. कंपनी जमीन के बदले में नगर निगम को रायल्टी देगी. साथ ही बायो सीएनजी भी निगम को बाज़ार दर से सस्ती मिलेगी.
नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने बताया कि शासन को भेजी गई एक्सप्रेशन आफ इंट्रेस्ट (ईओआई) की रिपोर्ट पर चीफ सेक्रेटरी की अध्यक्षता वाली कमेटी आफ सेक्रेटरीज ने विचार-विमर्श के वाद स्वीकृति दे दी है. अब बायो सीएनजी प्लांट लगाने की दिशा में तेजी से काम होगा.
बायो सीएनजी प्लांट शुरू होने से पहले कच्चा मॉल (गीला कूड़ा) उपलब्ध कराना निगम की जिम्मेदारी होगी. इसके लिए नगर निगम को पर्याप्त संख्या में वाहनों व मैनपावर की जरूरत होगी. 80 वार्डों में घर से कूड़ा उठाने के लिए सुविधाओं व संसाधनों को बढ़ाना होगा. घरों से कूड़ा उठाने का काम अभी नगर निगम ही करा रहा है. इसके बदले 100 रुपए प्रतिमाह यूजर चार्ज लिया जा रहा है. नगर निगम ने अभी 52 वाहन तथा 104 ड्राइवर व हेल्पर लगाए हैं. प्लांट को रोजाना 200 टन गीला कूड़ा उपलब्ध कराने के लिए निगम को कम से कम 250 वाहन तथा 500 ड्राइवर-हेल्पर की जरूरत होगी. इसके वाद ही हर वार्ड में तीन वाहन घरों से कूड़ा उठाने के लिए लगाए जा सकेंगे. अभी निगम प्रशासन 52 वाहनों से चुनिंदा कालोनियों, हाइराइज आवासीय भवनों, कामर्शियल क्षेत्रों में डोर-टू-डोर कूड़ा उठाने की सुविधा दे रहा है.
नए वाहनों की खरीद की प्रक्रिया शुरू
नगर आयुक्त नगर आयुक्त अविनाश सिंह ने कहा कि घरों से डोर-टू-डोर कूड़ा कलेक्शन के लिए नगर निगम की ओर से 52 वाहन लगाए गए हैं. नए वाहनों की खरीद को लेकर प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. निगम प्रशासन ने 30 नए वाहनों का टेंडर फ्लोट कर दिया है. आने वाले दिनों में 27 और वाहनों की खरीद को लेकर टेंडर आमंत्रित किए जाएंगे. सुविधाएं बढ़ाने में संसाधनों की कमी आड़े नहीं आएगी.
बायो सीएनजी प्लांट एक नजर में
- सहजनवा के सुथनी में 150 करोड़ की लागत से लगेगा प्लांट
- 200 टीडीपी क्षमता का प्लांट लगाने पर नहीं खर्च होगी निगम की धनराशि
- नगर निगम, एवर एनवायरो को उपलब्ध कराएगा जमीन
- 15 माह में तैयार हो जाएगा पीपीपी माडल पर प्लांट
- प्लांट में बायो सीएनजी, कम्पोस्ट का होगा उत्पादन
- नगर निगम को बाज़ार दर से कम कीमत पर मिलेगी सीएनजी
- जमीन के बदले नगर निगम को कंपनी देगी सालाना रायल्टी
- प्लांट के लिए हर दिन 200-250 टन गीले कूड़े की होगी जरूरत
- कम से कम 90 प्रतिशत शुद्धता वाले गीले कूड़े की होगी जरूरत
- गोरखपुर में निकलने वाले कुल कूड़े में 60 प्रतिशत होता है गीला कूड़ा