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GO GORAKHPUR: राप्ती, रोहिन नदी और रामगढ़ ताल से प्रदूषण का जहर खत्म होगा. इनमें गिरने वाले नालों के पानी को शोधित किया जाएगा. नालों के प्रदूषित पानी को साफ करने के लिए एसटीपी लगाई जाएगी. रामगढ़ ताल व गोड़धोइया नाला को संवारा भी जाएगा. नालों का इंटरसेप्शन व डायवर्जन भी किया जाएगा. इसके लिए शासन ने 1008 करोड़ रुपये जारी किए हैं. चार एसटीपी लगाए जाने की योजना है. सभी की क्षमता 10 से 61 एमएलडी तक होगी.
21 वार्डों में बिछेगा सीवर लाइन नेटवर्क : राप्ती की सहायक नदी रोहिन में गिरने वाले छह मुख्य नालों में से तीन नालों-स्टेपिंग स्टोन नाला, बरगदवा गांव-जालान नाला और महेसरा-मोहरीपुर नाले से जुड़े 21 वार्डों के निवासियों के घरों को आने वाले दिनों में सीवर लाइन से कनेक्ट किया जाएगा. जंगल बेनी माधव, लच्छीपुर, जटेपुर उत्तरी उर्वरक नगर, लोहिया नगर, जंगल नकहा, अंधियारी बाग, रामजानकी नगर, जनप्रिय विहार, धर्मशाला बाजार, हुमायूंपर उत्तरी, सूर्यकुंड धाम नगर, कल्याणपुर, सिविल लाइन्स प्रथम, राजेंद्र नगर वेस्ट अलीनगर, चक्सा हुसैन, जाफरा वाजार, विकास नगर, तिवारीपुर एवं पुराना गोरखपुर वार्ड को सीवर नेटवर्क से जोड़ा जाएगा. शोधन के लिए 30 एमएलडी की एसटीपी भी लगाई जाएगी. अमृत 2.0 कार्यक्रम के तहत गोरखपुर सीवरेज जोन सी पार्ट-2 योजना में इसके लिए 561.3 करोड़ की धनराशि प्राप्त हो गई है. 199.47 किलोमीटर सीवर लाइन बिछाई जाएगी. 43963 घरों को कनेक्ट किया जाएगा. वर्ष 2025 तक की अनुमानित जनसंख्या 170240 को इसका लाभ मिलेगा.
पक्का होगा गोड़धोइया नाला, बिछेगी सीवर लाइन : गोड़धोइया नाला को पक्का कर 17 वार्डों में होने वाले जलभराव से निजात दिलाने और सीवर लाइन बिछाने के लिए शासन ने धन की स्वीकृति कर दी है. 19.36 किलोमीटर लंबा नाला अरसीसी का होगा. इतनी ही लंबाई में सीवर लाइन भी बिछाई जाएगी. 44 हजार 300 घरों को सीवर लाश से कनेक्ट किया जाएगा. 2.20 लाख की आबादी को जलभराव से राहत मिलेगी. शासन ने गोड़धोइया नाले के निर्माण और रामगढ़ताल को संवारने के लिए 474 करोड़ 42 लाख रुपए स्वीकृत किए हैं. नाला और सीवर लाइन से जंगल तुलसीराम पश्चिमी, शिवपुर सहबाजगंज, जंगल सालिकराम, जंगल तुलसीराम पूर्वी, रेलवे कालोनी बिछिया, शाहपुर, भेड़ियागढ़, घोसीपुरवा, सेमरा, बशारतपुर, मानबेला, राप्तीनगर, लोहियानगर, जंगल नकहा, रामजानकीनगर, शक्तिनगर और चक्सा हुसेन वार्ड के नागरिकों को फायदा मिलेगा.
रामगढ़ताल में गिरने से पहले साफ होगा नालों का पानी: 17 वार्डों से निकले पानी को साफ करने के लिए 38 मिलियन लीटर प्रति दिन की क्षमता का सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट स्थापित किया जाएगा. इससे रामगढ़ ताल में गिरने वाला पानी प्रदूषित नहीं होंगे. साथ ही 61 मिलियन लीटर प्रतिदिन कीक्षमता के मुख्य पंपिंग स्टेशन की भी स्थापना की जाएगी. गोड़धोइया नाला पर 22 पुल व कल्वर्ट बनाए जाएंगे. साथ ही 61 व 38 एमएलडी की एक-एक एसटीपी भी लगाई जाएगी.