Lucknow: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को अपने सरकारी आवास पर युवा उद्यमियों के साथ संवाद कार्यक्रम में भाग लिया. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में विकास और आस्था को मिले सम्मान पर चर्चा की. उन्होंने महाकुंभ 2025 को दुनिया का सबसे बड़ा आध्यात्मिक और सांस्कृतिक आयोजन बताया, जिसमें अब तक 53 करोड़ श्रद्धालु मां गंगा, यमुना और सरस्वती के संगम में डुबकी लगा चुके हैं.
मुख्यमंत्री ने कहा कि अयोध्या में 500 वर्षों की प्रतीक्षा के बाद प्रभु श्रीराम अपने भव्य मंदिर में विराजमान हुए हैं. 2017 से पहले अयोध्या में श्रद्धालुओं की संख्या लगभग 2,35,000 थी, जो 2024 में 14 से 15 करोड़ हो गई है. उन्होंने काशी विश्वनाथ धाम कॉरिडोर के निर्माण के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में भारी वृद्धि का भी उल्लेख किया.
मुख्यमंत्री ने प्रयागराज महाकुंभ 2025 की सफलता पर प्रकाश डालते हुए कहा कि 45 दिनों के आयोजन में से 36 दिन में ही 53 करोड़ से अधिक श्रद्धालु आ चुके हैं. उन्होंने 28, 29 और 30 जनवरी को 15 करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के संगम में डुबकी लगाने की बात भी बताई.
मुख्यमंत्री ने कहा कि आस्था को सम्मान मिलना चाहिए और इसका आर्थिक पक्ष भी महत्वपूर्ण है. उन्होंने प्रयागराज में द्वादश ज्योतिर्लिंगों से संबंधित रेप्लिका बनाने के एक उदाहरण का उल्लेख किया, जिससे 21 दिनों में ही मूल पूंजी के साथ-साथ अतिरिक्त लाभ भी प्राप्त हुआ. उन्होंने इसे स्प्रिचुअल टूरिज्म की ताकत बताया.
मुख्यमंत्री ने प्रधानमंत्री की ‘एक जनपद एक उत्पाद’ योजना की सफलता पर भी चर्चा की. उन्होंने कहा कि इस योजना से प्रदेश के पारंपरिक एमएसएमई सेक्टर के उत्पादों को बढ़ावा मिला है और निर्यात में वृद्धि हुई है. उन्होंने मुरादाबाद के पीतल उद्योग और भदोही, मिर्जापुर और वाराणसी के कारपेट उद्योग के पुनरुद्धार का भी उदाहरण दिया.
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तर प्रदेश में निवेश का बेहतरीन माहौल बना है और सुरक्षा तथा सुदृढ़ कानून व्यवस्था के कारण निवेशक प्रदेश में निवेश करने के लिए तैयार हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने इंफ्रास्ट्रक्चर के विकास पर विशेष ध्यान दिया है, जिससे महाकुंभ 2025 के आयोजन को सफल बनाने में मदद मिली है.
मुख्यमंत्री ने युवा उद्यमियों से अयोध्या, काशी और प्रयागराज जैसे धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व के स्थलों का भ्रमण करने का आग्रह किया. उन्होंने कहा कि इन स्थलों पर देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता है.