आचरण बड़हन हे की ग्यान?
लोककथा: एक राजा अपने राज्य के पुरोहित के बहुत सम्मान करत रहलें। राज पुरोहित जब्बो आवें राजा खुदे अपने सिंहासन से उठकर ओनकर सम्मान करत रहलें। एक दिन राजा अपने राजपुरोहित से पुछलें, ‘कृपया बताईं कि कौनो मनई के ज्ञान बड़हन होला की ओकर आचरण?’