गोरखपुर में बुजुर्ग दंपती से 32.66 लाख रुपये की ठगी
Gorakhpur: साइबर ठगों ने बेतियाहाता में रहने वाले एक बुजुर्ग दंपति को दो दिन तक डिजिटल अरेस्ट रखा. वे रात में मोबाइल कैमरा चालू करके ही सोते थे. फर्जी सीबीआई का खौफ ऐसा कि ठगों के कहने पर बुगुर्ग घर से 32.66 लाख रुपये का चेक लेकर पैदल ही बैंक गए. उन्हें चेतावनी दी गई थी कि उनके घर के बाहर सादे कपड़ों में 28 लोग घूम रहे हैं. जरा भी होशियारी दिखाई तो….
मोबाइल पर इन दिनों हर कॉल पर ट्यून बजती है कि ‘सीबीआई या बैंक के अधिकारी मोबाइल पर आपकी जांच नहीं करते…’, लेकिन इस वारदात से साफ होता है कि ये सारे सरकारी इंतजामात फेल हैं. साइबर ठग अपने मंसूबे में कामयाब हो रहे हैं, क्योंकि उनके निशाने पर असहाय लोग होते हैं. समाज का वह तबका जो अभी डिजिटल साक्षरता से दूर है या वे बुजुर्ग जो अपने बेटे-बेटियों के भले के बारे में फिक्रमंद रहते हैं, वे ही साइबर ठगों के निशाने पर हैं.
बेतियाहाता में रहने वाले पति-पत्नी के साथ जो घटा वह अलार्मिंग है. पति खाद कारखाने में अधिकारी थे, जबकि बुजुर्ग महिला शिक्षिका थीं. पीड़ित महिला ने पुलिस को जो शिकायत दी है, उसके अनुसार बीती 17 जनवरी को सुबह 10 बजे उनके पास एक फोन आया. फोन करने वाले ने खुद को मुंबई के कोलाबा थाने का पुलिसकर्मी बताया. उसने कि आपके आधार कार्ड का इस्तेमाल करके मुंबई में गलत काम किए जा रहे हैं. आपके आधार कार्ड से 7 अक्टूबर 2024 को केनरा बैंक में एक खाता भी खोला गया है.
पीड़िता दंपति के अनुसार, ठगों ने उन्हें इतना डरा दिया था कि वे दो दिन तक अपने मोबाइल का कैमरा ऑन करके रहे. ठग ने धमकी दी थी कि दोनों लोग एक ही कमरे में और निगरानी में रहेंगे. इस भय के चलते उन्होंने रात में भी कैमरा ऑन रखा.
दंपति के अनुसार, अगले दिन जब वह बैंक जा रहे थे, तो ठगों ने कहा कि घर के बाहर 28 लोग सादी वर्दी में हैं, जो आप पर नज़र रख रहे हैं, इसलिए कोई चालाकी मत करें. डर के मारे वह कैमरा ऑन करके पैदल ही बैंक गए. जालसाजों ने उन्हें 32.66 लाख रुपये का चेक अपने बताए हुए खाते में जमा करने के लिए कहा था. दंपति के अनुसार उनका एक बेटा बंगलूरू में नौकरी करता है और दूसरा साथ ही रहता है. दंपति ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है.