केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने प्रेस वार्ता में बजट के प्रावधानों की जानकारी दी
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Railway Budget 2025-26: उत्तर प्रदेश में रेलवे के विकास को पंख लगाने के लिए केंद्र सरकार ने रिकॉर्ड बजट आवंटित किया है. केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में रेलवे के विकास के लिए वर्ष 2025-26 में 19,858 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं, जो कि यूपीए सरकार (2009-14) की तुलना में 18 गुना ज्यादा है.
सोमवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये उत्तर, उत्तर-मध्य एवं पूर्वाेत्तर रेलवे के महाप्रबन्धक एवं मंडल रेल प्रबन्धक की उपस्थिति में स्थानीय पत्रकारों को बजटीय प्रावधानों की जानकारी देते हुए रेल मंत्री ने बताया कि उत्तर प्रदेश में पिछले 10 सालों में 5,200 किलोमीटर के रेलवे ट्रैक बिछाए गए हैं, जो कि पूरे स्विट्जरलैंड या बेल्जियम के रेलवे ट्रैक की लंबाई से भी ज्यादा है. इसके अलावा, 157 स्टेशनों को अमृत स्टेशन के रूप में विकसित किया जा रहा है और 14 वंदे भारत ट्रेनों का संचालन 20 जिलों से होकर किया जा रहा है.
केंद्रीय रेल मंत्री ने यह भी बताया कि भारतीय रेल के लिए कुल 2,65,200 करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है, जो कि 2009-14 के मुकाबले काफी ज्यादा है. सुरक्षा के लिए 1,16,514 करोड़ रुपये, रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज के लिए 7,000 करोड़ रुपये और ट्रैक रिन्यूवल के लिए 22,800 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.
इसके उपरान्त स्थानीय पत्रकारों के प्रश्नों का उत्तर देते हुए पूर्वोत्तर रेलवे, गोरखपुर की महाप्रबंधक सौम्या माथुर ने बताया कि गोरखपुर जंक्शन स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य तीन वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा. इसके अलावा, सहजनवा-दोहरीघाट, घुघली-महराजगंज-आनंद नगर और खलीलाबाद-बहराइच नई लाइन निर्माण का काम भी तेजी से चल रहा है.
उन्होंने बताया कि यात्रियों की सुविधा के लिए 17,500 गैर वातानुकूलित सामान्य कोचों का निर्माण किया जाएगा और अगले पांच वर्षों में सभी आई.सी.एफ. कोचों को एल.एच.बी. कोचों से बदल दिया जाएगा. 50 नमो भारत ट्रेन, 100 अमृत भारत ट्रेन और 200 वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है.