Category: ठोंक बजा के…

Departmental insiders

चुपचाप, खुद ही अतिक्रमण की हदें समेटना क्या कहता है…

चुपचाप, खुद ही अतिक्रमण की हदें समेटना क्या कहता है…

यह तस्वीर अपने गलत कार्यों की मौन स्वीकृति की गवाह है. कानून व्यवस्था को ठेंगे पर रखकर पिछले दिनों जिन सड़कों पर तांडव हुआ, वहां अब अपनी सीमा खुद ही…

कॉलम - ठोंक बजा के

बापू सेहत के लिए तू तो हानीकारक है…

शहर के क्लीनिक में हाल में ही घटी एक घटना अब सियासी उबाल ले रही है. सिपाही के पक्ष में लोगों का एक-एक करके आते जाना सिर्फ संयोग भर नहीं…

कॉलम - ठोंक बजा के

बाउंसर रखकर ​मरीज़ की पीड़ा का गला मत घोटिये!

चिकित्सा कर्म, सेवा नहीं है. इसे 'सेवा' के नजरिये से देखे जाने की समझ अब पुरानी और व्यर्थ हो चुकी लगती है. चिकित्सक की फीस चुकाने के साथ ही, डॉक्टर…

ठोंक बजा के...

गाड़ी वाला नहीं आया, घर में कचरा संभाल…

सफाई और स्वच्छता में इंदौर नगर निगम से रेस लगाने वाला गोरखपुर नगर निगम अपनी पीठ भले ही थपथपा ले, लेकिन हकीकत कुछ और ही है.